
झारखंड
झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। लाभुक महिलाओं का इंतजार अब खत्म होने वाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के बैंक खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और होली तक सभी महिलाओं के खाते में राशि आ जाएगी।
लाभुकों के बैंक खाते में आएंगे कुल 5000 रुपये
खास बात ये है कि महिला लाभुकों को जनवरी और फरवरी माह की राशि एक साथ दी जाएगी जिससे लाभुकों के बैंक खाते में कुल 5000 रुपये आएंगे। महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक सुरक्षा विभाग ने बीते शुक्रवार को 2 माह की राशि के भुगतान के लिए बिल ट्रेजरी को भेज दिया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि होली तक ‘मइयां सम्मान योजना' के तहत राशि लाभार्थियों के खातों में पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें उम्मीद है कि होली से पहले लाभार्थियों के खातों में राशि जमा हो जाएगी।" मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "कुछ गड़बड़ियां थीं, जिससे भुगतान में देरी हुई, लेकिन उन्हें ठीक कर लिया गया है। अब राशि खाते में जमा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम महिला दिवस, होली और रमजान के त्योहारों के दौरान महिलाओं के चेहरों पर मुस्कान लाना चाहते हैं।"
बताते चलें कि विभिन्न जिलों में चल रही जांच में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कई अयोग्य महिला को इसका लाभ मिल रहा था। पारा शिक्षक, महिला रसोइया एवं कई सरकारी कर्मियों को भी इसका लाभ लेने का मामला कई जिलों से सामने आया है। उन सभी से राशि वसूलने से लेकर अन्य जरूरी कार्रवाई की जा रही है।
पूरे राज्य में 5 लाख से अधिक फर्जी लाभुक होने की आशंका
जानकारी हो कि सरकार ने दिसंबर 2024 में राशि वितरण के बाद सभी जिलों को लाभुकों का सत्यापन करने का निर्देश दिया था। योजना के तहत लाभुक को झारखंड का निवासी होना, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड और आधार लिंक बैंक खाता अनिवार्य था। दिसंबर तक सरकार ने आधार लिंक खाते की शर्त से छूट दी थी, लेकिन जनवरी से यह अनिवार्य हो गया, जिससे कई लाभुकों को राशि नहीं मिल सकी। अभी भी कई लाभुकों के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं। ऐसे में विभाग ने राशन कार्ड के आधार पर राशि ट्रांसफर करने का प्रस्ताव तैयार किया है। राज्य में अब तक 40 लाख से अधिक राशन कार्ड का सत्यापन हो चुका है। वहीं दिसंबर 2024 में 56.61 लाख लाभुकों को योजना का लाभ दिया गया था, लेकिन अब इस संख्या में कमी आ सकती है। पलामू प्रमंडल में करीब 2 लाख फर्जी लाभुक मिले, वहीं पूरे राज्य में 5 लाख से अधिक फर्जी लाभुक होने की आशंका है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि होली से पहले सही लाभुकों को राशि मिल जाए। सत्यापन के बाद जो लोग अयोग्य पाए गए हैं, उन्हें योजना से बाहर कर दिया जाएगा।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
बता दें कि, मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत साल 2024 में की गई थी। योजना में शुरुआती तौर पर केवल 1000 रुपये की आर्थिक सहायता ही दी जाती थी, लेकिन झारखंड की तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार ने चुनावों से पहले वादा किया था कि प्रदेश की सत्ता में वापसी पर उनकी सरकार महिलाओं को 2500 रुपए हर महीने देगी। इस योजना के लिए पहले 21-50 साल की महिलाओं को योग्य बताया गया था, लेकिन बाद में हेमंत सोरेन सरकार ने 18-50 साल तक की महिलाओं के लिए यह योजना शुरू कर दी।