राजनीतिक

धमाका नहीं, ड्रामा कर रहे राहुल गांधी: अनुराग सिंह ठाकुर 

धमाका नहीं, ड्रामा कर रहे राहुल गांधी: अनुराग सिंह ठाकुर 

कांग्रेस घुसपैठियों व अर्बन नक्सल्स को बचाने की कर रही राजनीति: अनुराग सिंह ठाकुर 

राहुल का क़बूलनामा, नहीं लड़ रहे लोकतंत्र के लिए: अनुराग सिंह ठाकुर 

राहुल तथ्यों से दूर, हिट एंड रन की कर रहे राजनीति: अनुराग सिंह ठाकुर 

आरोपों की राजनीति को राहुल ने बनाया आभूषण: अनुराग सिंह ठाकुर 

आलंद सीट कांग्रेस के खाते में, राहुल बतायें..क्या वोट चोरी से जीते: अनुराग सिंह ठाकुर 

नई दिल्ली:

पूर्व केंद्रीय मंत्री,भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद  अनुराग ठाकुर ने आज गुरुवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया और राहुल गाँधी के झूठे दावों की एक-एक करके सच्चाई उजागर करते हुए राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए  अनुराग सिंह ठाकुर ने राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि राफेल से लेकर ‘चौकीदार चोर है’ तक और सावरकर से लेकर आरएसएस से जुड़े मुद्दे तक हर बार राहुल गांधी को कोर्ट से फटकार मिली है और उन्हें कई बार माफी मांगनी पड़ी। कीचड़ उछाल कर भाग जाने वाला राहुल गांधी का ‘हिट एंड रन’ वाला रवैया आज की भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दिखाई दिया।

 अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि एक नेता जिनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी लगभग 90 चुनाव हारी, उनकी हताशा और निराशा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चुनावी हार और जनता से नकारे जाने के बावजूद, उन्होंने आरोपों की राजनीति को अपना आभूषण बना लिया है, लेकिन जब उनके लगाए गए आरोपों को प्रमाणित करने के लिए कहा जाता है, तो वे पीठ दिखाकर भाग जाते हैं। शपथपत्र देने के लिए कहा जाए, तो वे मुकर जाते हैं। गलत और निराधार आरोप लगाना राहुल गांधी की आदत बन चुकी है। यह उनके लिए एक ऐसा व्यवहार बन गया है जिसमें वे बार-बार गलत और बेसलेस आरोप लगाते हैं, बाद में माफी मांगते हैं और कोर्ट से फटकार खाते हैं। चाहे राफेल का मामला हो, ‘चौकीदार चोर है’ का आरोप हो, या सावरकर जी या आरएसएस से जुड़ा मुद्दा हो या पेगासस के मामले, हर बार राहुल गांधी को कोर्ट से फटकार मिली है। कई बार उन्हें माफी मांगनी पड़ी और वे कीचड़ उछालने के बाद भाग खड़े हुए। यह ‘हिट एंड रन’ वाला रवैया आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दिखाई दिया। हाइड्रोजन बम फोड़ने का दावा फुलझड़ी निकला और वह भी फुस्स साबित हुआ।

वरिष्ठ भाजपा सांसद ने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसी भी वोट को ऑनलाइन किसी भी आम नागरिक द्वारा हटाया या मिटाया नहीं जा सकता। किसी भी वोट को बिना प्रभावित व्यक्ति की बात सुने, हटाया या मिटाया नहीं जा सकता। 2023 में कुछ असफल प्रयास किए गए थे, जो विफल रहे। चुनाव आयोग ने ही इन मामलों की एफआईआर दर्ज करने और जांच कराने के निर्देश दिए थे। चुनाव आयोग ने पहले ही मोबाइल नंबर और आईपी एड्रेस उपलब्ध करवा दिए हैं। यदि ये सभी डेटा उपलब्ध हैं, तो कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक की सीआईडी ने अब तक क्या किया? रिकॉर्ड के अनुसार, आलंद विधानसभा क्षेत्र 2023 में कांग्रेस के ही उम्मीदवार ने 10,348 मतों से जीता था। तो क्या राहुल गांधी और कांग्रेस ने वोट चोरी करके जीत हासिल की थी?

 अनुराग सिंह  ठाकुर ने कहा कि चुनाव दर चुनाव हार और जनता से नकार दिए जाने पर राहुल गांधी की हताशा, निराशा दिन पे दिन बढ़ती ही जा रही है। आरोपों की राजीनीति को राहुल गांधी ने अपना आभूषण बना लिया है और जब उनसे उन्हीं के लगाये आरोपों को authenticate करने को कहा जाता है तो पीठ दिखा कर भाग खड़े होते हैं। आज राहुल गांधी ने जो बातें कहीं, उसमें वे हाइड्रोजन बम खुद पर ही फोड़ बैठे और बोले कि मैं लोकतंत्र बचाने नहीं आ रहा हूँ। क्या वे लोकतंत्र को बर्बाद करने की तैयारी कर रहे हैं? गलत और निराधार आरोप लगाना, बार-बार संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाना, चुनाव आयोग पर आरोप लगाना, कभी ईवीएम पर, कभी वीवीपैट पर, कभी चुनाव नतीजों पर और कभी टूलकिट के सहारे, क्या यह भारत के लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं के प्रति उनकी आदत बन गई है? आखिर कांग्रेस पार्टी क्या चाहती है?

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता और अफसरों का दुरुपयोग करके चुनाव में लाभ उठाया, लेकिन कोर्ट ने उन्हें सही रास्ता दिखाया। राजीव गांधी की हत्या के बाद लोकसभा चुनाव स्थगित नहीं हुआ। यदि चुनाव एक महीने के लिए स्थगित किया गया होता, तो उस समय के चुनाव आयोग ने किस पार्टी को लाभ पहुँचाया? रमा देवी जी, एम.एस. गिल, टी.एन. शाशन समेत अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति किस पार्टी ने की और बाद में वे किस दल में लौट गए? सभी कांग्रेस पार्टी में। राहुल गांधी का बार-बार प्रयास यही है कि भारत के निष्पक्ष चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रहार किया जाए और लोकतंत्र को कमजोर किया जाए। राहुल गाँधी लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं, जैसे बांग्लादेश और नेपाल में स्थितियाँ बनी, वैसी स्थिति ये भारत में करना चाहते हैं लेकिन देश की जनता उनके भ्रमजाल में नहीं फंसने वाली। देश में हाल ही में एक और उदाहरण सामने आया है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने मलूर विधानसभा के 2023 के चुनाव को खारिज किया, जो कांग्रेस ने वोटों के गबन के साथ जीता था। कोर्ट ने भाजपा उम्मीदवार मंजूनाथ गौड़ा के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि मलूर विधानसभा में मतगणना के दौरान गंभीर अनियमितताएं हुईं। क्या कांग्रेस ने फेरबदल करके सीट जीती थी?

भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी को जवाब देना ही होगा। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और उस समय के चुनाव आयुक्तों का जिक्र करते हुए कहा कि जब नवीन चावला की नियुक्ति हुई, तो तत्कालीन चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने आरोप लगाया और प्रेसिडेंट को लिखा कि चावला संवेदनशील और गोपनीय जानकारी लीक कर रहे हैं। सांसद ने सवाल उठाया कि जब राहुल गांधी ने बार-बार आरोप लगाए और कोर्ट गए, तो उन्हें बार-बार माफी मांगनी पड़ी और कोर्ट से फटकार भी मिली। क्या इसी डर से राहुल गांधी शपथपत्र नहीं दे रहे हैं? मीडिया द्वारा बार-बार पूछे जाने के बावजूद उन्होंने शपथपत्र क्यों नहीं दिया? वे आए तो धमाका करने, लेकिन केवल ड्रामा करके चले गए। अगर उनके तर्कों में दम होता, तो वे कोर्ट क्यों नहीं जाते? चुनाव आयोग ने बार-बार सबूत मांगे, लेकिन वे कोई प्रमाण नहीं दे पाए और लगातार गलत आरोप लगाते रहे। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करना कांग्रेस पार्टी और विपक्षी नेता राहुल गांधी का बड़ा षड्यंत्र है। क्या यह केवल घुसपैठिये वोट को बचाने के लिए किया जा रहा है?

 अनुराग सिंह  ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों की बात करते हैं, लेकिन उन्हीं के वोटों की ताकत को कम करने का प्रयास करते हैं। क्या घुसपैठियों के वोट को बचना ही कांग्रेस की राजनीति का मूल उद्देश्य है? क्या यही उनका और कांग्रेस पार्टी का असली एजेंडा है, घुसपैठियों की सुरक्षा करना और उनके वोटिंग अधिकार सुनिश्चित करना, जबकि देश के वास्तविक नागरिकों के वोटों की ताकत को कम करना। राहुल गांधी के बयानों ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि वे घुसपैठियों के साथ हैं और देश के एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के वोटों को कमजोर करना चाहते हैं। जो आरोप राहुल गांधी ने लगाए, उन पर जवाब देना आवश्यक है। क्या 6,000 वोट डिलीट हुए भी थे या नहीं क्योंकि राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस में जो तीन नाम लिए, वे अभी भी वैध वोटर हैं, उनका वोटर लिस्ट से नाम काटा नहीं गया है। बी.आर. पाटिल जैसे कांग्रेस के विधायकों द्वारा जीती गई सीटों में क्या कांग्रेस ने वोट चोरी करके जीत हासिल की? राहुल गांधी को अराजकता फैलाना और लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र बंद करना चाहिए। उनकी राजनीति का मूल उद्देश्य केवल “विक्टिम कार्ड” बनाना और लोकतंत्र को कमजोर करना है।

भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी शपथपत्र नहीं देते, सबूत नहीं पेश करते और केवल आरोप लगाते हैं। इसका मतलब है कि कांग्रेस का भारतीय लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं में विश्वास नहीं है। उनका मकसद केवल अराजकता फैलाना, अव्यवस्था पैदा करना और देश को अस्थिर करना है, और यह सब उन्होंने टूलकिट गैंग के माध्यम से किया। कांग्रेस चाहे जितना प्रयास करे, भारतीय जनता पार्टी भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने के हर कदम उठाएगी और घुसपैठियों को, जिनके वोट राहुल गांधी और कांग्रेस बचाना चाहते हैं, बेनकाब करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की घुसपैठियों को बचाने की राजनीति पहले ही बेनकाब हो चुकी है और आगे भी बेनकाब होती रहेगी।

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