कोरिया,
छत्तीसगढ़ सरकार की नई धान खरीदी नीति ने किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य देकर एक नई उम्मीद दी है। जूनापारा सरडी की किसान श्रीमती सुबसो राजवाड़े ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें कभी कल्पना भी नहीं थी कि एक दिन प्रदेश में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी और 3100 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य मिलेगा।
खेती की जिम्मेदारी और सरकार की सहूलियत
पति अमर साय राजवाड़े के निधन के बाद खेती-किसानी की पूरी जिम्मेदारी उठाने वाली श्रीमती सुबसो इस साल 53 क्विंटल धान बेचने धान खरीदी केंद्र पहुंचीं। उन्होंने बताया, ’’धान खरीदी केंद्र में हमाली और बोरी की व्यवस्था बेहतर है। कर्मचारी सहयोगी हैं, और किसी तरह की पैसे की मांग नहीं की जाती। इससे हमें बिना किसी परेशानी के अपनी फसल बेचने का मौका मिला’’
राशि का सही उपयोग करेगीं किसान
धान बिक्री से प्राप्त राशि के बारे में उन्होंने कहा, ’’इस पैसे का उपयोग खेती के कामों में करूंगी और कुछ राशि बच्चों के भविष्य के लिए जमा करूंगी। ’’उन्होंने इस नीति को किसानों के लिए एक बड़ा सहारा बताया।
किसान के बेटे ने किया किसानों का सम्मान
श्रीमती सुबसो ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की तारीफ करते हुए कहा, ’’मुख्यमंत्री खुद किसान हैं। यही वजह है कि वे हमारी जरूरतों और समस्याओं को समझते हैं। उनकी नेतृत्व में किसानों को धान की सही कीमत दिलाने के लिए जो कदम उठाए गए हैं, उससे किसानों की जिंदगी में सुखद बदलाव आया है।
सही कीमत से जीवन में सुखद बदलाव
श्रीमती सुबसो ने कहा, ’’किसानों का जीवन खेती-बाड़ी से जुड़ा होता है। सही खरीदी और सही कीमत मिलने से आर्थिक तंगी कम होती है और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है’’ छत्तीसगढ़ में धान खरीदी नीति न केवल आर्थिक विकास का आधार बन रही है, बल्कि किसानों के जीवन में विश्वास और समृद्धि की नई रोशनी भी ला रही है।