
चंडीगढ़
पंजाब पुलिस से फरार घूम रहे AAP के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाया है कि उनका एनकाउंटर भी हो सकता है। उन्होंने बुधवार को एक वीडियो जारी कर रहा है कि पंजाब सरकार ने मेरे पीछे 500 पुलिस वाले लगा रखे हैं। उन्हें पूर्व पत्नी से रेप के मामले में पुलिस खोज रही है। उनकी तलाश में पुलिस करनाल भी पहुंची थी, जहां वह अपने एक रिश्तेदार के यहां ठहरे थे। पुलिस पहुंची तो वह दीवार फांदकर भाग निकले। पुलिस ने उनका पीछा भी किया, लेकिन वह स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर निकल गए। उन्हें पुलिस पकड़ नहीं सकी।
अब उन्होंने एक वीडियो जारी किया है और कहा कि उन्हें एनकाउंटर का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस मुझे एक गैंगस्टर घोषित करना चाहती है और एनकाउंटर दिखाकर मेरी हत्या की जा सकती है। विधायक ने कहा कि पुलिस के साथ मेरी कोई झड़प नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब मेरी गाड़ी पर फायरिंग की तो मैं दूसरे दरवाजे से निकल रहा था। पुलिस के साथ मेरी कोई भिड़ंत या झड़प जैसी स्थिति नहीं बनी। यही नहीं विधायक ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि मैं बाल-बाल बच गया। इससे पहले भी एक वीडियो विधायक ने जारी किया था। उनका कहना था कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली लॉबी मुझे परेशान कर रही है।
उन्होंने कहा था कि मेरी पंजाब के अपने साथी विधायकों और मंत्रियों से अपील है कि खड़े हों और अपनी बात रखें। पठानमाजरा ने कहा कि बाहरी शक्तियां पंजाब पर कब्जा जमाना चाहती हैं। पठानमाजरा ने कहा कि वह पुलिस का सम्मान करते हैं, लेकिन वे फिलहाल दिल्ली के आदेश पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है, लेकिन पूर्व पत्नी से जुड़े एक पुराने केस में मुझे फंसाया जा रहा है। हरमीत सिंह पठानमाजरा ने कहा कि मैंने कभी पुलिस से विवाद नहीं किया। उनकी तरफ से जब मुझे पर फायर हुआ तो मैं भागा। आज भगवान की कृपा से मैं जिंदा बैठा हूं।
यही नहीं विधायक ने AAP की दिल्ली टीम की तुलना अहमद शाह अब्दाली से की। पठानमाजरा ने कहा कि जब अब्दाली पंजाब को झुका नहीं पाया तो फिर दिल्ली लॉबी के नेताओं की इतनी हिम्मत कहां है। विधायक ने कहा कि मेरी पंजाब के नेताओं से अपील है कि एकजुट हों और इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि मुझे तो पंजाब पुलिस गैंगस्टर ही घोषित करना चाहती है। मेरे पीछे 8 से 10 एसपी भेजे गए। 5 डीएसपी और एक दर्जन एसएचओ आए। कुल 500 पुलिसकर्मियों को मेरे पीछे भेजा गया था।