
भोपाल
भोपाल क्राइम ब्रांच ने तीन दिन पहले एमडी ड्रग्स के साथ दो तस्करों को पकड़ा था, लेकिन अब इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी के बाद मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. यह लोग सिर्फ लड़कियों को नशे ही नहीं बेच रहे थे, बल्कि उन्हें नशे की लत लगाकर उनके साथ रेप भी कर रहे थे. मामले में गिरफ्तार एक आरोपी यासिन के मोबाइल में पुलिस को कई लड़कियों के साथ रेप करते, अश्लील वीडियो मिले हैं. पुलिस ने इनके पास से एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी जब्त की है.
क्लब, जिम और पार्टियों में बनाते थे निशाना
दरअसल, इसकी शुरुआत हुई थी पिछले हफ्ते जब भोपाल क्राइम ब्रांच ने क्लबों, जिम और पार्टियों में युवाओं को निशाना बनाने वाले एक हाई-प्रोफाइल ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया था. तब क्राइम ब्रांच ने सैफुद्दीन और आशु उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने उससे पूछताछ के आधार पर अब 2 और लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम यासीन और शावर हैं. पुलिस ने इनके पास से ड्रग्स, पिस्टल और 2 महंगी कारें बरामद की हैं.
मोबाइल में मिले लड़कियों के साथ दुष्कर्म के वीडियो
क्राइम ब्रांच ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक यासीन क्लब में डीजे का काम करता है. जिसके पास से पुलिस ने 1.05 ग्राम एमडी ड्रग्स, एक पिस्टल और एक महिंद्रा स्कॉर्पियो कार जब्त की है.
पुलिस ने जब मोबाइल की गैलरी खंगाली तो उसमें कई लड़कियों के साथ अश्लील और धमकी भरी चैट के साथ लड़कियों के शारिरिक शोषण के कई वीडियो भी मिले हैं, जिसके बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं, क्योंकि भोपाल के एक निजी कॉलेज की लड़कियों के साथ भी गिरोह बनाकर रेप और ब्लैकमेलिंग मामले की जांच अभी चल ही रही है और पुलिस अब वीडियो में दिख रही लड़कियों की पहचान कर और उनसे संपर्क कर मामले की जानकारी लेने में जुट गई है.
वहीं एक अन्य आरोपी शावर जो प्रॉपर्टी का काम करता है, उसके पास से 2.052 ग्राम एमडी ड्रग्स समेत एक महिंद्रा बीई-6 कार बरामद की गई है.
नशे की आड़ में युवतियों का शोषण, ब्लैकमेलिंग के वीडियो मिले
भोपाल के क्लबों और पबों में एमडी ड्रग्स की तस्करी करने वाले ड्रग माफिया चाचा-भतीजे शाहवर अहमद और यासीन अहमद की गिरफ्तारी के बाद शहर में ड्रग पार्टी कल्चर और उसकी आड़ में हो रहे युवाओं के शोषण का सनसनीखेज राजफाश हुआ है। आरोपित ड्रग माफिया चाचा-भतीजे शहर के पबों और क्लबों में ड्रग पार्टी का आयोजन करते थे। इसके साथ ही इनमें पार्टियों में शामिल होने वाले युवाओं को कभी जाने तो कभी अनजाने में एमडी जैसे ड्रग का नशा करवाते और फिर उन्हें अपने ठिकानों पर ले जाकर ब्लैकमेल करते।
दोनों आरोपित पार्टी के बाद नशे में चूर युवतियों का शारीरिक शोषण करते हुए उनका वीडियो बनाते थे। इसके साथ ही मदहोश युवकों से बंदूक की नोंक पर अड़ीबाजी करते थे। इन ड्रग माफियाओं के मोबाइल से करीब 35 युवतियों से शोषण के वीडियो भी मिले हैं। बंदूक पर अड़ीबाजी भी कैमरे में कैद हुई है।
6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
भोपाल क्राइम ब्रांच ने इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इस कार्य में लिप्त छह आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है। इनमें अलग-अलग कालेजों व पार्टियों में ड्रग खपाने वाले सैफुद्दीन, आशू उर्फ शाहरुख, समीरउद्दीन और सोहेल खान शामिल हैं। पुलिस को शंका है कि इस गिरोह से बड़ी संख्या में और भी तस्कर जुड़े हैं, जिनकी तलाश के लिए क्राइम ब्रांच की 10 टीमें जुटी हैं।
क्राइम ब्रांच पुलिस के अनुसार, जांच में सामने आया है कि आरोपित शाहवर अहमद दूसरे राज्यों से ड्रग मंगवाता था। उसका भतीजा यासीन शहर के क्लबों व पबों में आयोजित पार्टियों में एमडी ड्रग सप्लाई करता था। इसके साथ ही कालेज छात्रों व अन्य ग्राहकों तक भी पहुंचाता था। उसके साथ कई अन्य तस्कर भी जुड़े थे। फरवरी 2025 में क्राइम ब्रांच ने रुस्तम खां अहाता के पास से 20 वर्षीय समीरउद्दीन और 23 वर्षीय सोहेल खान को एमडी ड्रग के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपित तलैया क्षेत्र के रहने वाले थे।
एमडी पाउडर की तस्करी करते हुए पकड़ा था
उन्होंने पूछताछ में सैफुउद्दीन नामक तस्कर से एमडी ड्रग्स खरीदने की जानकारी दी थी। इस मामले में सैफुद्दीन पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। सैफुद्दीन 18 जुलाई को गोविंदपुरा क्षेत्र में अपने साथी शाहरुख हसन के साथ एमडी पाउडर की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। दोनों के पास से एमडी ड्रग मिला था। पूछताछ में दोनों आरोपितों ने शाहवर अहमद और यासीन अहमद का नाम बताया था। इसके साथ ही उन्होंने पार्टियों और जिम में लोगों को नशे का आदी बनवाने की बात कबूली थी। शाहवर और यासीन के पास से एमडी ड्रग्स, कार और बंदूक जब्त की गई है।
प्रापर्टी डीलिंग का काम भी करता है मास्टर माइंड
आरोपित शाहवर अहमद मास्टर माइंड है। वह गांधीनगर क्षेत्र की एक पाश कालोनी में रहता है। वह प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है, वहीं उसका भतीजा यासीन अहमद बुधवारा क्षेत्र में परिवार के साथ रहता है। वह डीजे ऑपरेटर है और शहर की महंगी पार्टियों में डीजे प्ले करता है। यासीन शहर के कई क्लब और पबों के संचालकों के संपर्क में था। वह क्लबों में आयोजित पार्टियों में नशा परोसता था। पुलिस को आशंका है कि दोनों मुख्य आरोपित करीब आठ से दस साल से नशे के काले कारोबार से जुड़े हैं।
मछली कारोबारी शरीफ और शारिक के परिवार से हैं आरोपित
गिरोह के दोनों मुख्य आरोपित शहर के बड़े मछली कारोबारी शरीफ अहमद के बेटे और भतीजे हैं। शाहवर अहमद शरीफ का बेटा था, जबकि यासीन शरीफ के बेटे शफीक का बेटा है। शरीफ के एक अन्य पुत्र शारिक अहमद उर्फ शारिक मछली का नाम भोपाल के दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग कांड के आरोपितों से जुड़ा था। ऐसे में, माना जा रहा है कि नशे के इन तस्करों का निशाना दूसरे धर्म से जुड़े युवक-युवतियां होती थीं।
राजनेताओं से गहरा कनेक्शन, विधायक का दिवंगत पुत्र था दोस्त
मछली कारोबार से जुड़े होने के कारण शरीफ मछली का लंबे समय से राजनेताओं से संपर्क रहा है। उनका बेटा शाहवर, शारिक और नाती यासीन भी प्रदेश के कई नेताओं के साथ एक मंच पर देखा गया है। मंत्री विश्वास सारंग तो पूर्व में आरोपितों के परिवार से पुराना रिश्ता होने की बात कह चुके हैं। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही आरोपितों की फोटो हैं।
केस दर्ज होने के बाद ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई रहीं। वहीं विधायक जालम सिंह पटेल के दिवंगत बेटे मणिनागेश्वर पटेल उर्फ मोनू से यासीन की गहरी दोस्ती बताई जाती है। बता दें कि करीब दो वर्ष पहले मोनू की मौत हो चुकी है।
युवतियों के साथ शोषण के वीडियो मिले
पुलिस इस पर फरवरी से काम कर रही है। अब तक छह आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोपित चाचा-भतीजे गिरोह के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आए हैं। उनके मोबाइलों से बंधक बनाकर युवकों से अड़ीबाजी और युवतियों से शोषण के वीडियो मिले हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। – शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच, भोपाल
लड़कियों को ऐसे बनाते थे निशाना
भोपाल क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार आरोपियों ने कबूला है कि वो क्लब और जिम आने वाली लड़कियों को खास तौर पर निशाना बनाते थे. जिम आने वाली लड़कियों को वेट लॉस की दवा के नाम पर और क्लब आने वाली लड़कियों को डिप्रेशन के नाम पर ड्र्रग के डोज देकर उन्हें उसकी लत लगवाते थे और बाद में उन्हें अपने गिरोह में शामिल कर लेते थे.
अब मोबाइल में मिले वीडियो के आधार पर साफ हो गया है कि आरोपी सिर्फ लड़कियों को ड्रग्स की लत नहीं लगवा रहे थे, बल्कि उनका दैहिक शोषण भी कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने अब जांच के दायरे को और बढ़ा दिया है.