कुरुक्षेत्र
कुरुक्षेत्र के पांच प्राइमरी स्कूलों अढोनी, सूजरी, टकोरन, डेरा पन्नू राम और डेरा संतोख सिंह में शिक्षकों की तैनाती के बावजूद बच्चों की संख्या शून्य होना हतप्रभ करता है। स्कुलो में सभी मूलभूत सुविधा के बावजूद बच्चे नहीं होना चिंता का विषय है।
स्कूल में कार्यरत शिक्षक सुधीर ढांडा बताते हैं कि जुलाई 2023 के बाद यहां बच्चों की संख्या शून्य है। इन स्कूलों दो शिक्षक हैं, लेकिन कोई भी स्टूडेंट नहीं है। बच्चे नही होने के चलते उनकी डेपुटेशन अढ़ोनी में की गई है। जबकि दूसरे शिक्षक को झिंवरहदी डेपुटेशन पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यहां लम्बे अरसे से बच्चों की संख्या 10-12 से ऊपर नहीं हो पाई और अब शून्य होने के कारण स्कूल बंद है।
वहीं ग्रामीण नरेश कुमार बताते हैं कि पड़ोस के निजी स्कूलों ने फीस, किताबें और ड्रेस पर डिस्काउंट दिया जिससे सभी परिजनो इन स्कूलों में दाखिला करवा दिया। दूसरा कारण ये है कि बच्चे दूर होने के कारण भी यहां नहीं आ रहे। इस वजह से ही सरकारी स्कूल बंजर हो गए हैं।