
चंडीगढ़
हरियाणा में उफनाईं नदी-नालों व लगातार हो रही बारिश अब तबाही मचाने लगी है। मंगलवार से अब-तक को बारिश जनित हादसों में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि एक बह गया। इनमें चार की मौत तो केवल करंट से हुई। जलभराव व सड़क धंसने से हिसार व यमुनानगर में दो नेशनल हाईवे पर यातायात रोकना पड़ा। पंचकूला में तड़के से लगातार बारिश हो रही है। मोरनी इलाके में भारी बारिश की वजह से घग्गर नदी उफान पर है। नदी में पानी का स्तर 1000 क्यूसेक बढ़कर 10,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है। इस दौरान चारा खोजने गए भैंसों का एक झुंड नदी में फंस गया।
खतरे को देखते हुए डीसी मोनिका गुप्ता ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने माता-पिता, बच्चों और शिक्षकों से अपील की है कि सावधानी बरतें और जरूरत न हो तो घर से बाहर न निकलें।
हिसार में चंडीगढ़ हाईवे के एक हिस्से को तोड़कर पानी निकाला और आवागमन हुआ। वहीं, कलानौर में पंचकूला-सहारनपुर हाईवे पर यमुना नदी पर बना पुल चार इंच धंस गया। इससे पुल पर बैरिकेडिंग कर एक साइड बंद कर दी गई है।
कार पर पेड़ गिरा, स्कूली बच्चे घायल पंचकूला में बारिश के दौरान हुआ बड़ा हादसा हो गया है। सुबह करीब 11 बजे के करीब प्राइवेट स्कूल के बाहर स्कूली बच्चों से भरी कार पर एक भारी भरकम पेड़ गिर गया। कार में 6 स्कूली बच्चे सवार थे। भारी भरकम पेड़ गिरने से बच्चे घायल हुए हैं।
घायल बच्चों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल भेजा गया है। बच्चों के पिता आनंद अत्री ने इस हादसे की जानकारी दी है। पंचकूला के सेक्टर 4 की ये घटना है। पंचकूला के सेक्टर 4 स्थित सतलुज पब्लिक स्कूल छोड़ने आए थे अत्री अपने बच्चों को। कार में आनंद अत्री के अपने दो बच्चे और उनके भाई अनूप अत्री के दो बच्चे और उनकी बहन के दो बच्चे सवार थे।
नदी के पास नाका लगाने के निर्देश पंचकूला में बुधवार सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण घग्गर नदी एक बार फिर उफान पर है। घग्गर का जलस्तर खतरनाक रूप से लगातार बढ़ रहा है। पंचकूला उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने अलर्ट जारी करते हुए नदी के आसपास एरिया में पुलिस से नाका लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हिदायत दी है कि कोई भी व्यक्ति नदी के पास न जाए। यदि कोई जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी हो चुकी पंचकूला ट्रैफिक डीसीपी मनप्रीत सिंह सूदन की ओर से एक दिन पहले ही ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अलर्ट रहें और सिर्फ बताए गए रास्तों से ही सफर करें। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में सड़कें या रास्ते बंद हैं, वहां जाने से बचें।
डीसीपी ने कहा कि मौसम खराब है, इसलिए लोग सावधानी से वाहन चलाएं और सफर शुरू करने से पहले रास्तों की स्थिति जरूर जांच लें।दरअसल, लगातार बारिश के कारण जिले के कई पहाड़ी और मैदानी इलाकों में सड़कें और पुल टूट गए हैं, जिससे कई जगहों पर आवाजाही रुक गई है।
करनाल में शेरगढ़ टापू का पुल डूबने से करनाल का सहारनपुर से संपर्क कट गया है। गुरुग्राम में तो चार अंडरपास बंद कर दिए गए हैं। इसी तरह यमुनानगर के लापरा गांव की मुख्य सड़क और खेत हुए जलमग्न होने से आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
फतेहाबाद के भूना में कुलां मार्ग पर पानी भरने से बंद किया गया है। जलभराव के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर जाम लगा रहा है। गुरुग्राम में भी छह घंटे जाम जैसी स्थिति रही। दूसरी ओर पांच दिन बाद भी नदियों का जलस्तर कम नहीं हुआ। पानीपत में यमुना, कुरुक्षेत्र में मरकंडा लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जबकि कैथल के गुहला-चीका में घग्गर का जलस्तर 22 फीट पर पहुंच गया है।
हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को 1,53,767 क्यूसेक पानी छोड़ा
यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को 1,53,767 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे यमुनानगर के कलेसर, टापू कमालपुर गांव में तेजी से भूमि कटाव हो रहा है। हथिनीकुंड बैराज में छोड़े गए पानी से बाढ़ के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्वी नहर और हरियाणा दिल्ली को आपूर्ति करने वाली पश्चिमी यमुना नहर की जलापूर्ति बंद है।
नदी किनारे लगते गांवों को बैराज से हर घंटे खतरे का सायरन बजाकर चेतावनी दी जा रही है। दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। बैराज के सभी 18 गेट खुले हुए हैं। भिवानी में तीन और सिरसा जिले में मंगलवार को दो ड्रेनें टूट गई हैं। हालांकि अंबाला में सोम और टांगरी नदियां स्थिर हैं।
गुरुग्राम के कार्यालयों में आज भी वर्क फ्राॅम होम
प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। आठ जिलों भिवानी, झज्जर, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व पंचकूला के कुछ स्कूल बंद करने पड़े। फतेहाबाद के भूना, जाखल और टोहाना के स्कूलों में तीन दिन के लिए अवकाश कर दिया गया। गुरुग्राम में बुधवार को भी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम के आदेश जारी हुए हैं। यहां स्कूलों में कक्षाएं भी ऑनलाइन लगेंगी।
बारिश व बाढ़ जैसे हालात से तीन दिन और राहत की उम्मीद कम है। मौसम विज्ञान विभाग चंडीगढ़ ने तीन सितंबर को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 4 व 5 को भी हरियाणा के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना रहेगी।
बिगड़ते हालात देखते हुए कैथल में एसडीआएफ व एनडीआरआफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं, जबकि सोनीपत, सिरसा व करनाल में टीमों को बुलाया गया है। सरकार ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। सभी जिलों में पटवारी, ग्राम सचिव व ग्रामीण ठीकरी पहरे दे रहे हैं। फतेहाबाद में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर तीन डीएसपी, 350 पुलिसकर्मी बचाव के लिए तैनात किए गए हैं।
वहीं, राज्य सरकार की ओर से सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हालात पर नजर बनाए रखें। सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर रखें। आपात स्थिति में यदि किसी जिले को एसडीआरएफ यानी स्टेट डिजास्टर टीम की आवश्यकता पड़ती है तो तुरंत मुख्यालय को सूचित करें।
हिसार में एक बाइक पर जा रहे थे चार युवक, तीन की करंट से मौत, 10 से अधिक जगह घर-दीवारें गिरीं
हिसार में मिर्जापुर रोड पर 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन तार टूटकर बाइक सवार 4 युवकों पर गिर गई। इससे 3 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। चारों एक ही बाइक पर जा रहे थे। पीछे की सीट पर बैठे इनके एक साथी का बचाव हो गया। सदर थाना पुलिस ने बिजली निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का केस दर्ज किया है। चारों लोग आपस में रिश्तेदार हैं। वहीं, गुरुग्राम के महावीरपुरा में एक व्यक्ति की करंट से मौत हो गई। पानी भरे रास्ते से गुजरने के दाैरान उसने एक दुकान की लोहे के ग्रिल को छू लिया।
मृतक शीलू मध्य प्रदेश के भिंड जिले के तेजपुरा गांव का रहने वाला था। इसके अलावा रोहतक के सैंपल गांव व सोनीपत के चिटाना गांव, कुरुक्षेत्र के लाडवा व थानेसर में एक-एक घर की छत गिर गई। झज्जर की राधा स्वामी कॉलोनी में एक घर की दीवार गिर गई। नारनौंद में एक मकान की छत गिरने से महिला रायशा (33) की मौत हो गई, जबकि उसका पति और तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। बरवाला में छत गिरने से दो बच्चे घायल हो गए। करनाल के इंद्री में यमुना के बहाव में ईख बांध रहा यूपी के सहारनपुर के दबकौरा का श्रमिक मुस्तकीम (35) बह गया है।
साढ़े तीन लाख एकड़ से अधिक फसलें डूबी, गिरदावरी के लिए 15 दिन का और समय दिया
जलभराव व बारिश से मंगलवार रात तक प्रदेश के 1233 गांवों में 55,108 किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। अभी तक प्रदेश में करीब 3,50,263.59 एकड़ में खरीफ की फसल डूबी हुईं हैं। लैंड रिकार्ड रेवेन्यू के डायरेक्टर ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों को पत्र भेज गिरदावरी के लिए 15 दिन बढ़ाने या निर्धारित समय में कटाैती करने के अधिकार दे दिए हैं। इस कारण था कि पटवारी व कानूनगो जलभराव के कारण अभी खराब फसलों का सही आकलन नहीं कर पा रहे।
ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार गुरुग्राम का 1, अंबाला के 60, फतेहाबाद के 21, हिसार के 81, झज्जर के 251, कैथल के 5, कुरुक्षेत्र के 95, पंचकूला के 5, मेवात के 159 गांवों के किसानों की फसल प्रभावित हैं। मेवात के 159, पलवल के 73, चरखी दादरी के 168, यमुना नगर के 808, रेवाड़ी के 7, रोहतक के 40 और सिरसा के 6 गांवों के किसानों की फसलें डूबी हुईं हैं।
हरियाणा सरकार ने बाढ़ प्रभावित पंजाब-जम्मू कश्मीर को दिए पांच-पांच करोड़
हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से बाढ़ से जूझ रहे पंजाब और जम्मू कश्मीर को पांच-पांच करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को लिखे पत्र में कहा- प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में हरियाणा सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह करते हुए कहा कि यदि किसी प्रकार की अतिरिक्त राहत सामग्री या सहायता की आवश्यकता हो तो निसंकोच अवगत कराएं, हरियाणा सरकार तुरंत आवश्यक मदद उपलब्ध करवाएगी।