
मधेपुरा
महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी इन दिनों बिहार दौरे पर हैं। वे बदलो बिहार, लाओ नई सरकार अभियान के तहत 12 जुलाई को पश्चिम चंपारण के तुरकौलिया से पदयात्रा पर निकले हैं। बुधवार को वे सहरसा होते हुए मधेपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। जिला परिषद स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत में तुषार गांधी ने कहा कि यह यात्रा बिहार की करीब 25 आंदोलनकारी संस्थाओं के वरिष्ठ नेताओं की सहमति से की जा रही है।
बिहार में आमलोगों की समस्याएं बरकरार
तुषार गांधी ने कहा कि कहा कि हम बिहार को संघी ताकतों से बचाना चाहते हैं। हमारा विरोध बीजेपी और आरएसएस से है। जो उनके साथ जाएगा, हम उसका भी विरोध करेंगे। इसी कारण हम महागठबंधन के साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 20 वर्षों की सरकार में इमारतें और चौड़ी सड़कें जरूर बनी हैं, लेकिन जनता की मूल समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। चंपारण से शुरू इस यात्रा के दौरान जहां-जहां वे पहुंचे, वहां लोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी कई समस्याएं बताईं। इस मौके पर शंभु शरण भारतीय, रामकृष्ण यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव, महेंद्र यादव, संदीप यादव, हर्षवर्धन सिंह राठौर, निशांत यादव समेत कई लोग उपस्थित थे।
चंपारण में कार्यक्रम से हटाया गया था
तुषार गांधी की यात्रा की शुरुआत चंपारण जिले के ऐतिहासिक स्थल तुरकौलिया से हुई, जहां कभी महात्मा गांधी ने किसानों के हक में आवाज बुलंद की थी। रविवार को वे उसी स्थल पर ऐतिहासिक नीम के पेड़ के नीचे पहुंचे, लेकिन वहां स्थानीय मुखिया विनय साह ने उन्हें मंच से जबरन हटवा दिया। इस घटनाक्रम को लेकर क्षेत्र में विरोध के स्वर भी उठे थे। उनके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पूरे बिहारवासियों की तरफ से तुषार गांधी से माफी मांगी है। तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और उनके विचारों एवं दर्शन का अनुयायी होने एवं देश की आजादी में उनके योगदान, समर्पण, त्याग व बलिदान के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए मैं समस्त बिहारवासियों की ओर से तुषार गांधी जी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।