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हरियाणा : बीजेपी का बदलने जा रहा पता, अब रोहतक में नहीं रहेगा मुख्यालय; क्यों हुआ फैसला

पंचकूला

हरियाणा में भाजपा का प्रदेश मुख्यालय बदलने वाला है। अब तक पार्टी का मुख्यालय रोहतक में हुआ करता था, जो भूपिंदर सिंह हुड्डा का भी गढ़ माना जाता है। लेकिन अब बदलाव होने वाला है और पार्टी का राज्य मुख्यालय रोहतक की बजाय पंचकूला ले जाने की तैयारी है। भाजपा नेतृत्व का कहना है कि पंचकूला चंडीगढ़ के पास है, जहां से विधानसभा चलती है और सरकारी कामकाज भी होता है। ऐसे में सरकार से समन्वय के लिए पंचकूला में पार्टी का मुख्यालय होना सही रहेगा। यह बदलाव 6 अप्रैल से लागू होगा क्योंकि इसी दिन भाजपा का स्थापना दिवस है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा, 'हम पार्टी का स्थापना दिवस नए कार्यालय पर मनाएंगे, जो पंचकूला में होगा। यहीं पर आंबेडकर जयंती के मौके पर होने वाले कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।'

बड़ौली का कहना है कि रोहतक का पार्टी दफ्तर अब ट्रेनिंग स्कूल में तब्दील होगा। यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षिण शिविरों का आयोजन होगा। इसके अलावा अन्य गतिविधियों के भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा। भाजपा लंबे समय से पंचकूला में दफ्तर तैयार करा रही थी, जिस पर काम अब हो चुका है। बड़ौली ने कहा कि चंडीगढ़ से सरकार का संचालन होता है। ऐसे में सीएम और अन्य मंत्रियों को पार्टी की मीटिंग के लिए लंबी यात्रा करनी होती थी। अब उससे मुक्ति मिल जाएगी। चंडीगढ़ से सरकार चलेगी तो पड़ोस में ही पंचकूला से पार्टी का संचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमारा कार्यालय भी रोहतक में इसलिए रहा क्योंकि ज्यादातर राजनीतिक दलों के दफ्तर यहीं थे। हमारे बड़े नेता और डिप्टी सीएम रहे मंगल सेन भी रोहतक के रहने वाले थे, जो लगातार 7 बार विधायक रहे।'

उन्होंने कहा कि अब हमने पंचकूला में दफ्तर बनाने का फैसला लिया है। यहां पर बिल्डिंग बनकर तैयार है। नेताओं के लिए कक्ष होंगे और कार्यकर्ताओं के जुटने की भी व्यवस्था की गई है। यदि कोई समारोह आयोजित करना हुआ तो उसके लिए भी 600 सीटिंग वाला ऑडिटोरियम तैयार किया गया है। अब हम पंचकूला में शिफ्ट होंगे क्योंकि सरकार का संचालन चंडीगढ़ से होता है, जो पास में ही है।

हरियाणा भाजपा के प्रभारी सतीश पूनिया ने कहा कि अकसर पार्टी की मीटिंग्स होती हैं। उसमें शामिल होने के लिए नायब सिंह सैनी को रोहतक जाना होता है। इसमें काफी समय लगता है। उन्हें अपना काम रोककर भी कई बार रोहतक निकलना पड़ता था। ऐसे में अब पंचकूला ही मुख्यालय रहेगा तो सरकारी कामकाज के साथ ही पार्टी के कार्य को भी तेजी मिलेगी।

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