
बेंगलुरु
चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 19वां ओवर खलील अहमद को देने के एमएस धोनी के फैसले का सपोर्ट किया है। खलील ने अपने इस ओवर में एक नो बॉल समेत कुल 33 रन खर्च किए थे, उनका यह ओवर मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। खलील अहमद के इसी ओवर की वजह से बेंगलुरु की टीम निर्धारित 20 ओवर में 213 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही थी, उस ओवर से पहले ऐसा लग रहा था कि टीम को 180 रन बनाने के लिए भी संघर्ष करना होगा।
चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अंशुल कंबोज का एक ओवर शेष रहने के बावजूद अहमद को गेंदबाजी के लिए बुलाया लेकिन उनका यह फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि रोमारियो शेफर्ड के आक्रामक अंदाज के सामने यह तेज गेंदबाज कमजोर पड़ गया।
फ्लेमिंग ने शनिवार रात मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘इस सत्र में खलील ने हमारे लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है, इसलिए धोनी का उनकी जगह किसी अन्य गेंदबाज को गेंद थमाने का कोई कारण नजर नहीं आता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कंबोज अपनी भूमिका में लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। वह डेथ ओवरों गेंदबाजी करने में सक्षम हैं। वह भविष्य के लिए एक विकल्प हो सकते हैं, लेकिन ऐसा कोई कारण नहीं था कि खलील की जगह उन्हें गेंदबाजी करने के लिए बुलाया जाता।’’
आरसीबी ने चेन्नई के सामने 214 रन का टारगेट दिया था लेकिन सीएसके निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 211 रन ही बना सकी।
फ्लेमिंग ने कहा, ‘‘अगर हमने किसी एक ओवर में अच्छे रन बनाए होते तो हम जीत जाते लेकिन उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाजी की। हमें 10 ओवर के बाद एक बड़े ओवर की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’’