
भोपाल
जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट ने मंगलवार को नर्मदापुरम जिले के केसला विकासखंड के ग्राम पंचायत तीखड में झाड़ बीडा उद्वहन सिंचाई परियोजना के पंप हाउस क्रमांक 2 के अंतर्गत 4 पंपों का भूमि- पूजन किया। ग्राम तीखड में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री सिलावट ने पौध-रोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया। झाड़ बीडा सिंचाई परियोजना से 79 गांव के 19 हजार 858 किसान लाभान्वित होंगे। परियोजना की सिंचाई क्षमता 15 हजार 610 हैक्टेयर तक की है, जिसे 177, 58 करोड़ की लागत से निर्मित किया जाएगा।
मंत्री सिलावट ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्री सिलावट ने कहा कि जल है तो कल है, जल से ही प्रगति है। जल है तो अन्नदाता किसानों का विकास भी है। मंत्री सिलावट ने कहा जल का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। पहले जब हम कहीं जाते थे तब अपने आस-पास तालाब, बावडी, कुंओं एवं नालों को जल से लबालब देखा करते थे। यदि हमने आज जल का संरक्षण एवं संवर्धन नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी हमे मांफ नहीं करेगी। विकास और प्रगति की बुनियाद जल है। मंत्री सिलावट ने सभी से आहवान किया कि अपने जीवन का प्रतिदिन एक घण्टा किसी भी तालाब, बावडी, नदी एवं नालों पर श्रम दान कर बिताएं।
मंत्री सिलावट ने कहा कि वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में 07 लाख हेक्टेयर क्षैत्र में सिंचाई होती थी। अब शासन ने इसे बढाकर 50 लाख हैक्टेयर कर दिया है। मंत्री सिलावट ने कहा कि आगामी 02 साल में इसे बढाकर 65 लाख हैक्टेयर एवं 05 साल में 1 लाख करोड हैक्टेयर तक कर दिया जाएगा। मंत्री सिलावट ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने नदी जोडने का सपना देखा था। उस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे है। वर्ष 2047 तक भारत एवं मध्यप्रदेश विकसित राष्ट्र एवं राज्य की श्रेणी में आ जाएगा। मंत्री सिलावट ने कहा कि पहले लोग एक एक बूंद पानी को तरसते थे, लेकिन आज शासन ने सिंचाई सुविधाओं का बहुत विस्तार किया है। मंत्री सिलावट ने कहा कि जहां पर जल होगा पर्यटन भी होगा। मंत्री सिलावट ने कहा कि हरदा एवं नर्मदापुरम जिले के 82 हजार हैक्टेयर के क्षेत्र में तवा नहर से मूंग फसल के लिए पानी दिया जाता है। मंत्री सिलावट ने निर्देश दिए कि जितनी भी कच्ची नहरें है, उन्हें पक्की एवं दुरस्त करने के लिए प्रस्ताव भिजवाएं।
मंत्री सिलावट ने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा, जब हम जल की एक-एक बूंद बचाएंगे। तालाब, बावड़ियो, कुंओं एवं नालों की सुरक्षा करें। मंत्री सिलावट ने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए 30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होने अभियान में सभी लोगों को योगदान देने के लिए संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम में विधायक प्रेम शंकर वर्मा जनपद पंचायत केसला के अध्यक्ष गंगा राम कलमे, जनपद पंचायत सिवनीमालवा की अध्यक्ष रेणुका मंडलोई सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।