
नई दिल्ली
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा 14 दिन की पुलिस हिरासत में हैं। इस बीच ज्योति से मुलाकात करने उसके पिता हरीश मल्होत्रा जेल पहुंचे। उन्होंने बेटी से हिसार की सेंट्रल जेल में मुलाकात की। बेटी से मिलकर हरीश ने मीडिया से कहा कि ज्योति का कहना है कि मेरी कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी का कहना है कि मैं निर्दोष हूं। इस दौरान वह भावुक नजर आए। ज्योति मल्होत्रा को पहले 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था। फिर उसे दोबारा 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।
ज्योति मल्होत्रा को कुछ दिन पहले ही जासूसी के आरोपों में अरेस्ट किया गया था। आरोप है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स के संपर्क में थी। वह आईएसआई से जुड़े लोगों को संवेदनशील जानकारी दे रही थी और इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी कुछ जरूरी सूचनाएं ट्रांसफर कीं। ज्योति मल्होत्रा को लेकर दावा है कि खासतौर पर ब्लैकआउट को लेकर जानकारी उसने पाकिस्तानी तत्वों को दी। हालांकि हिसार के एसपी शशांक कुमार का कहना है कि अब तक ऐसी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है कि ज्योति के पास कोई संवेदनशील सूचना थी। खासतौर पर सेना, रणनीतिक महत्व की सूचना उसके पास नहीं थी।
यही नहीं उन्होंने कहा कि ज्योति मल्होत्रा के किसी आतंकी संगठन से लिंक होने की जानकारी भी अब तक नहीं मिल सकी है। फिर भी कई रिपोर्ट्स में दावा किय गया है कि पाकिस्तान के 4 खुफिया तत्वों से ज्योति मल्होत्रा संपर्क में थी। इस बात की जांच हो रही है कि उसका यदि किसी से लिंक था तो वह सब कुछ जानते हुए था या फिर वह अनजाने में उन लोगों के जाल में थी। दरअसल सवाल इस बात पर भी उठ रहे हैं कि एक सामान्य यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जब पाकिस्तान जाती थी तो उसे सिक्योरिटी क्यों मिलती थी।
एक वीडियो से उठे कई सवाल, क्यों पाक में मिलती थी सिक्योरिटी
एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है, जिसमें दिखता है कि लाहौर के अनारकली बाजार में ट्रैवल व्लॉग बनाने के दौरान ज्योति को 6 गनर सिक्योरिटी कवर दे रहे थे। वहीं हिसार पुलिस का कहना है कि जब तक ज्योति को लेकर कोई ठोस सबूत न मिले, तब तक मीडिया को सनसनीखेज खबरें नहीं करनी चाहिए। फिलहाल पुलिस की नजर ज्योति मल्होत्रा के बैंक खातों, वित्तीय लेनदेन पर भी है।