
नई दिल्ली
मंडावली थाना पुलिस ने दो बांगलादेशी महिला घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। नदी के जरिये बार्डर को पार करके भारत अवैध रूप से आई थीं। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान बांगलादेश के जिला फरीदपुर निवासी आतिफा व ढाका निवासी असमा के रूप में हुई है। कुछ दिनों पहले पुलिस ने नौ घुसपैठियों को पकड़ा था, उनकी निशानदेही पर पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया। पुलिस 15 दिनों से दोनों महिलाओं पर खुफिया तरीके से निगरानी रख रही थी। दोनों को एफआरआरओ को सौंप दिया है।
दिल्ली में पुलिस ने चलाया विशेष अभियान
जिला पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने बताया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांगलादेशियों के खिलाफ पुलिस ने अभियान चलाया हुआ है। इनकी पहचान के लिए जिले में नवंबर 2024 से सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। कुछ दिनों पहले ही पुलिस ने अवैध रूप से रहे रहे नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। यह लोग दिल्ली एनसीआर में रह रहे थे।
दोनों महिलाएं घरेलू सहायिका के तौर पर करती थीं काम
उनसे पुलिस ने लगातर पूछताछ की तो कुछ और नाम निकलकर सामने आए। तफ्तीश करके पुलिस ने मंडावली थाना क्षेत्र अवैध रूप से रह रही दो महिलाओं को गिरफ्तार किया। पहले से यह खुद को बंगाल का बता रही थी। सख्ती से पूछताछ करने पर बताया वह बांगलादेश की हैं। आतिफा अविवाहित है और असमा शादीशुदा है। यह दोनों लोगों के घरों में घरेलू सहायिका का काम कर रही थी।
जहांगीरपुरी से छह बांग्लादेशी नागरिक हुए थे गिरफ्तार
इससे पहले, उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने जहांगीरपुरी में रह रहे छह अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने पकड़ा था। पहचान छिपाने के लिए ट्रांसजेंडर के रूप में ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगते थे। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि भेष बदलने के अलावा इन लोगों ने रूप बदलने के लिए मामूली सर्जरी और हार्मोनल इंजेक्शन भी लगवाए थे। ये लोग बांग्लादेश में अपने परिवारों से बातचीत के लिए प्रतिबंधित आइएमओ ऐप का इस्तेमाल करते थे। सभी के मोबाइल में यह प्रतिबंधित ऐप इंस्टाल था। पुलिस ने छह मोबाइल अपने कब्जे में लिए हैं।