
नोएडा
बच्चों को लाने-ले जाने वाली बस अगर अनफिट मिली तो स्कूल की मान्यता रद्द होगी। शासन स्तर से यह निर्देश मिलने के बाद परिवहन विभाग ने स्कूलों को फोन कर बसों की फिटनेस कराने के लिए सचेत करना शुरू कर दिया है। फिलहाल जिले में करीब 30 ऐसी स्कूल बसें हैं, जो फिट नहीं हैं।
अधिकारियों का कहना है कि स्कूल संचालकों के पास 20 जून तक का समय है। इसके बाद जिस स्कूल की बस अनफिट मिली, उसकी मान्यता रद्द करने के लिए डीआईओएस को पत्र लिखा जाएगा।
एआरटीओ डॉ. सियाराम वर्मा ने बताया कि नौनिहालों की जिंदगी से खिलवाड़ करना अपराध है। किसी भी हालत में इसे स्वीकार नहीं जाएगा। इसके लिए शासन स्तर से भी सख्त आदेश मिले हैं। बड़े स्तर पर विभाग की टीमें अभियान चलाकर बसों को फिट कराने में जुटी हैं।
बड़े स्तर पर विभाग की टीमें अभियान चलाकर बसों को फिट करने में लगी हैं। सभी स्कूलों को फोन के माध्यम सचेत कर चेतावनी दी जा रही है। लेकिन इसके बाद भी कई स्कूल के संचालक बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में इनपर कार्रवाई की जाएगी। अहम है कि जिले में 1900 से अधिक स्कूली बसें संचालित हो रही हैं। इसके अलावा कुछ अनुबंधित बसें भी हैं ऐसे में इन सभी बसों की फिटनेस पूरी करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया था। इसके अलावा जो भी बसें मॉडल कंडीशन में आ गई हैं। उनका भी पंजीयन निरस्त करने की कवायद की जा रही है।
सभी स्कूलों को फोन के माध्यम सचेत कर चेतावनी दी जा रही है, लेकिन कई स्कूल के संचालक लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में इनपर कार्रवाई की जाएगी। जनपद में 1900 से अधिक स्कूली बसें संचालित होती हैं।
इसके अलावा कुछ अनुबंधित बसें भी हैं, जिनकी समय से पहले फिटनेस करना शुरू कर दिया है। अभियान के तहत एक जुलाई के बाद डीआइओएस और बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल की मान्यता रद करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्कूलों को फोन कर चेतावनी दी जा रही है, लेकिन इसके बाद भी कई स्कूल संचालक बाज नहीं आ रहे हैं। अब इन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले में 1900 से अधिक स्कूल बसें और वैन संचालित हो रही हैं। कुछ अनुबंधित बसें भी हैं। इनकी फिटनेस पूरी कराने के लिए अभियान शुरू किया गया था।