
चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को ‘चढ़दी कला’ अभियान की शुरुआत करते हुए देशवासियों से अपील की कि वे बाढ़ से तबाह हुए राज्य के पुनर्निर्माण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि पंजाब ने हमेशा हर मुश्किल को ताकत में बदला है और इस बार भी ऐसा ही होगा।
मान ने एक वीडियो संदेश में बताया कि इस बार आई बाढ़ 1988 के बाद की सबसे भीषण त्रासदी है। ‘करीब 2,300 गांव डूब गए, सात लाख लोग बेघर हुए और 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए।’ उन्होंने कहा कि बाढ़ में 56 लोगों की जान गई, 3,200 स्कूल और 19 कॉलेज क्षतिग्रस्त हुए, 1,400 क्लीनिक और कई सरकारी इमारतें बर्बाद हुईं, जबकि 8,500 किलोमीटर लंबी सड़कें और 2,500 पुल टूट गए। शुरुआती अनुमान के मुताबिक, कुल नुकसान 13,800 करोड़ रुपये से अधिक का है और गिरदावरी के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब कभी हार नहीं मानता। यहां की मिट्टी हमें सिखाती है कि संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, हम मजबूती से खड़े होकर और भी मजबूत बनकर निकलते हैं। उन्होंने स्थानीय युवाओं की बहादुरी को सलाम किया, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों को बचाया। मान ने धार्मिक और सामाजिक संस्थानों के योगदान को भी नमन किया, जिन्होंने प्रभावित लोगों को शरण और भोजन दिया। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि हम राहत से आगे बढ़कर पुनर्निर्माण की ओर कदम बढ़ाएं। ‘चढ़दी कला’ हमारी वही अडिग भावना है, जो हमें हर हाल में आगे बढ़ने की ताकत देती है।’
सीएम ने देशभर से मांगा सहयोग
मुख्यमंत्री ने देशभर के नागरिकों, उद्योगपतियों, धर्मार्थ संस्थानों और कलाकारों से अपील की कि वे इस अभियान में उदारता से योगदान करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अभियान में दी गई हर पाई का इस्तेमाल पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से किया जाएगा। मान ने बताया कि ‘चढ़दी कला’ अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी और योगदान देने की प्रक्रिया ‘रंगला डॉट पंजाब डॉट गव डॉट इन’ पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस अभियान को जनआंदोलन का रूप देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।