चंडीगढ़
पंजाब पुलिस की अमृतसर काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कौशल चौधरी गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई ने पंजाब में एक बड़ी टारगेट कीलिंग को नाकाम कर दिया है। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान पुनीत लखनपाल और नरिंदर कुमार के रूप में हुई है।
3 साल से गिरफ्तारी से बच रहे थे आरोपी
ये आरोपी पिछले तीन साल से गिरफ्तारी से बच रहे थे। वे साल 2022 में कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नांगल अंबियां और 2021 में सुखमीत सिंह की हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि वे पिछले साल सितंबर में राजस्थान के हाईवे किंग होटल पर अंधाधुंध गोलीबारी और 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने में भी शामिल थे। उनके कब्जे से छह अत्याधुनिक हथियार और 40 राउंड बरामद किए गए। अमृतसर में एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है।
कबड्डी खिलाड़ी की दिनदहाड़े की थी हत्या
संदीप सिंह संधू उर्फ संदीप नांगल अंबियां की 14 मार्च, 2022 को जालंधर के मल्लियां खुर्द गांव में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी मैच के दौरान हमलावरों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। उस समय, बंबीहा गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
जिसके बाद पुलिस ने हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से किराए पर लिए गए शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी, जाने-माने कबड्डी प्रमोटर सुरजन सिंह चट्ठा को गिरफ्तार किया था।
ब्रिटिश नागरिक चट्ठा पर शुरू में मामला दर्ज नहीं किया गया था, लेकिन जांच के दौरान उसका नाम सामने आया, जिसके बाद उसे हत्या के आरोपों के तहत दर्ज प्राथमिकी में नामजद किया गया।
कांग्रेस नेता के मर्डर में भी आया था नाम
जालंधर ग्रामीण कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्षद सुखमीत सिंह उर्फ डिप्टी की हत्या के लिए दविंदर बंबीहा गिरोह ने जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने चार गैंगस्टरों – अर्मेनिया के गौरव पटियाल, शूटर विजय माले, जालंधर के पुनीत और एक अज्ञात व्यक्ति – पर हत्या और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।