हरियाणा
हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा सीट से धमाकेदार जीत हासिल करने वाले राव नरबीर सिंह नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री बन गए हैं। उन्होंने गुरुवार को चौथी बार मंत्री पद की शपथ ली। गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से जीत हासिल करने वाले राव नरबीर सिंह को सियासत और शासन का लंबा अनुभव है।
राव नरबीर के नाम है बड़ा रिकॉर्ड
राव नरबीर सिंह ने सन 1987 में जाटूसाना (हरियाणा) और 1996 में सोहना (हरियाणा) से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। 1987 के पहले चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद राज्य के गृह मंत्री बने थे। 1996 में दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद हरियाणा सरकार में परिवहन, खाद्य और आपूर्ति और सहकारिता मंत्री का पद संभाला था। 26 साल की उम्र में राज्य गृह मंत्रालय का पद संभालने वाले देश के सबसे कम उम्र के निर्वाचित प्रतिनिधि बन गए,आज भी उनके यह रिकॉर्ड बना हुआ है। उनके पास 1996 में खेल और मुद्रण और स्टेशनरी मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी था। उन्होंने 2009 में गुड़गांव से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे थे।
भाजपा सरकार में पहले भी थे मंत्री
राव नरबीर सिंह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। वह एक सक्रिय सामाजिक और राजनीतिक सुधारक हैं। साल 2014 में बादशाहपुर से तीसरी बार जीत दर्ज करने बाद वह भाजपा सरकार में लोक निर्माण विभाग (बी एंड आर)और लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग(जल आपूर्ति और स्वच्छता),हरियाणा विभाग में कैबिनेट मंत्री (2014-19) तक रहे थे। उन्होंने 2014 के हरियाणा विधान सभा चुनाव के दौरान बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी।
चौथी बार बने मंत्री
साल 2019 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर राव नरबीर सिंह ने चुनाव नहीं लड़ा था। साल 2024 में भाजपा ने बादशाहपुर से उम्मीदवार बनाया था। 60 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज करने के बाद गुरुवार को चौथी बार उन्होंने पंचकूला में आयोजित समारोह में कैबिनट मंत्री हरियाणा सरकार में शपथ ली। राव नरबीर सिंह जब-जब विधायक बने हैं, वह हर बार मंत्री बने हैं।
बता दें कि राव नरबीर सिंह मोहर सिंह यादव के पोते हैं। जो सन 1942 में एमएलसी थे। भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले पंजाब राज्य में थे। उनके पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे थे।