मध्य प्रदेशराज्य

रीवा के प्रधान आरक्षक की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत, सिरफिरे ने थाने में घुसकर मारी थी गोली

 रीवा
 सतना जिले के जैतवारा थाने में एक सिरफिरे ने थाने में घुसकर प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग को गोली मार दी थी। इसके बाद उन्हें गंभीर हालत में उन्हें दिल्ली रेफर किया गया था, जहां अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों को शॉर्ट एनकाउंट में पकड़ लिया है।

प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग को इलाज के लिए पहले रीवा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गंभीर हालत होने के बाद भी यहीं उनका इलाज होता था, जब स्थिति ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें दिल्ली रेफर किया गया।

प्रधान आरक्षक को गोली मारने वाला आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के सतना जिले के जैतवारा थाना परिसर स्थित बैरक में प्रधान आरक्षक पर गोली चलाने वाले आरोपी अच्छू गौतम उर्फ आदर्श को पुलिस ने बीती रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। कोटर थाना छेत्र स्थित ईंट भट्ठे के पास हुई इस मुठभेड़ में आरोपी ने पुलिस पार्टी पर गोली चला दी, जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हुए आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
आरोपी की तलाश में जुटी थी दस पुलिस टीमें

जानकारी के अनुसार, अच्छू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दस अलग-अलग टीमों को सर्चिंग में लगाया था। बीती रात लगभग ढाई बजे टिकुरी-अकौना मार्ग पर ईंट भट्ठे के पास उसकी मौजूदगी की सूचना पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की। जैसे ही पुलिस दल आगे बढ़ा, अच्छू ने एसएचओ कोटर दिलीप मिश्रा पर फायर कर दिया। गनीमत रही कि मिश्रा ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी, जिससे उनकी जान बच गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया। घायल अवस्था में पुलिस ने आरोपी को जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता रात में ही अस्पताल पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
नशे का आदि है आरोपी

पुलिस के अनुसार, अच्छू गौतम एक सिरफिरा और सनकी अपराधी है जिसे दहशत फैलाने की सनक थी। पूर्व में वह बदखर स्थित एक पेट्रोल पंप में सैकड़ों लीटर पेट्रोल फैलाकर सिगरेट पीता पाया गया था। वह नशे का आदी है और अपने घर को भी आग लगा चुका है, जिससे डरकर उसकी दादी घर छोड़ चुकी है।पुलिस के लिए अच्छू को पकड़ना किसी चुनौती से कम नहीं था, क्योंकि वह न सिर्फ बेखौफ था बल्कि निर्दोष लोगों के बीच छिपा बैठा था। पुलिस ने बिना किसी आम नागरिक को नुकसान पहुंचाए उसे पकड़ने के लिए पूरी योजना के साथ कार्रवाई की। सूचना मिलने पर एक ओर से कोटर थाना प्रभारी दिलीप मिश्रा और दूसरी ओर से रामपुर थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने अपनी-अपनी टीमों के साथ घेराबंदी की। मुठभेड़ के बाद जब आरोपी घायल हुआ, तब मौके पर मौजूद जवानों ने उसे दबोच लिया। फिलहाल पुलिस आरोपी के आपराधिक इतिहास और हथियारों की आपूर्ति के स्रोत की जांच कर रही है।

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