
नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर इन दिनों विदेशों में भारत की छवि मजबूत करने में जुटे हैं। वे अमेरिका, गुयाना और पनामा जैसे देशों में भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद और पाकिस्तान की भूमिका पर खुलकर भारत का पक्ष रख रहे हैं। लेकिन थरूर की यही सक्रियता अब उनकी अपनी ही पार्टी कांग्रेस को नागवार गुज़र रही है।
थरूर पर कांग्रेस का नया वार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने शशि थरूर पर हमला बोला है और वो भी थरूर की ही लिखी 2018 की किताब The Paradoxical Prime Minister के आधार पर। खेड़ा ने किताब के उस अंश को निशाना बनाया जिसमें 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर थरूर ने मोदी सरकार पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया था।
थरूर की किताब का हवाला
पवन खेड़ा ने शशि थरूर की किताब का हवाला देकर उन पर नया हमला बोला। किताब में थरूर ने लिखा था, "2016 की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और म्यांमार ऑपरेशन का बेशर्मी से चुनावी प्रचार के लिए इस्तेमाल किया गया… राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों में संयम और अपार्टीयता जरूरी है।" अब पवन खेड़ा ने इसी अंश को सामने रखकर शशि थरूर से सवाल किया है।
विदेशों में थरूर की सराहना, घर में विवाद
दिलचस्प बात यह है कि जहां विदेशों में शशि थरूर की भारत की पैरवी की सराहना हो रही है, वहीं उनकी किताब का संदर्भ लेकर उन्हें उनकी ही पार्टी घेर रही है। थरूर ने कांग्रेस की आलोचकों को जवाब देते हुए कहा है, "जो लोग मेरी बातों को गलत ढंग से पेश करना चाहता है, वो अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को उजागर कर दिया है। एक ओर थरूर भारत का पक्ष दुनिया के मंचों पर मजबूती से रख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उनकी नीयत पर सवाल उठा रही है।