
नई दिल्ली
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के आयोजकों ने टोक्यो की गर्मी से बचने के लिए इस सप्ताहांत रेस वॉक और मैराथन स्पर्धाओं के प्रारंभ समय को 30 मिनट पहले सुबह 7:30 बजे (22:30 GMT) कर दिया है। कई देशों की तरह जापान भी इस वर्ष अत्यधिक गर्म मौसम की मार झेल रहा। इस महीने अब तक टोक्यो में औसत तापमान 33 डिग्री सेल्सियस (91.4 डिग्री फारेनहाइट) रहा है, जो सितम्बर में उच्चतम रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है।
महानगरीय अग्निशमन विभाग के अनुसार पिछले महीने जापानी राजधानी में 3,300 से ज़्यादा लोगों को हीट स्ट्रोक के कारण अस्पताल ले जाया गया था। स्थानीय आयोजन समिति ने एक बयान में कहा कि विश्व चैंपियनशिप सितंबर के मध्य में होने वाली थी, जब टोक्यो में गर्मियों के मुकाबले तापमान कम रहने की उम्मीद थी, लेकिन इस साल तापमान मध्य गर्मियों के स्तर पर ही बना हुआ है। उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी जोखिम का हवाला दिया।
बयान में कहा गया कि 2021 में महामारी के कारण विलंबित ओलंपिक खेलों में मैराथन स्पर्धा टोक्यो की गर्मी से बचने के लिए लगभग 800 किलोमीटर (500 मील) उत्तर में स्थित साप्पोरो में आयोजित की गई थी, हालाँकि दोनों शहरों में तापमान लगभग समान ही रहा। गुरुवार तक तीन दिवसीय सप्ताहांत में टोक्यो में अधिकतम तापमान 31-34 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जबकि 35 किलोमीटर पैदल चाल और मैराथन स्पर्धाएँ मूल रूप से सुबह 8 बजे शुरू होने वाली थीं।
शनिवार को आर्द्रता 75 फीसदी दर्ज की गई। मैराथन के लिए एथलीटों को पानी पिलाने के लिए मार्ग में 185 जल स्टॉप स्थापित किए जायेंगे, जो टोक्यो खेलों के लिए निर्धारित संख्या से कहीं अधिक है। आयोजकों ने बताया कि शनिवार से शुरू होने वाली नौ दिवसीय चैंपियनशिप के दौरान अन्य जगहों पर गर्मी से बचाव के उपायों के लिए, स्टेडियम और वार्म-अप स्थल के आसपास एथलीटों और आगंतुकों के लिए विकिरण-रोधी शीतलन सामग्री वाले कपड़े से बने टेंट लगाए जायेंगे।
स्वयंसेवकों और कर्मचारियों पर घड़ी जैसे उपकरणों से हीट स्ट्रोक की निगरानी की जाएगी, जो शरीर के मुख्य तापमान को मापते हैं और खतरनाक स्तर पर अलार्म बजाते हैं, जबकि चिकित्सा आपात स्थिति के लिए प्रथम प्रतिक्रिया दल स्टैंड पर गश्त करेंगे।